दिवंगत जन स्वास्थ्य रक्षक बांके बिहारी सिंह की छठी पुण्यतिथि पर पिस्टल शूटिंग में स्वर्णपदक प्राप्त बलियारी की बेटी प्रीति को किया गया सम्मानित
Nawada जिलांतर्गत वारिसलीगंज नगर परिषद के खानापुर ग्राम निवासी दिवंगत जन स्वास्थ्य रक्षक बांके बिहारी सिंह की छठी पुण्यतिथि श्रद्धापूर्वक मनाई गई.
वारिसलीगंज बाजार के गुमटी रोड स्थित उनके सुपुत्र ग्रामीण चिकित्सक डा. सनोज कुमार के क्लिनिक में इस मौके पर पिस्टल शूटिंग में कैरियर बना रही स्वर्ण पदक प्राप्त पकरीबरावां प्रखंड के बलियारी गांव निवासी अशोक सिंह की सुपुत्री प्रीति कुमारी को शील्ड एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया.
रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम में ग्रामीण चिकित्सक डा. सनोज कुमार ने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा है, " बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ ". इसलिए पिताजी स्व. बांके बिहारी सिंह की छठी पुण्यतिथि पर गांव से निकलकर पिस्टल शूटिंग में कैरियर बनाने में जी जान से जुटी प्रीति को सम्मानित कर समाज में संदेश देने का एक छोटा सा प्रयास किया गया कि बेटियां अब किसी से कम नहीं है.
डा. सनोज ने कहा कि जिस घर में बेटी नहीं है, उस घर में माता पिता के जीने की कोई सार्थकता नहीं है. बलियारी गांव की अशोक सिंह की बेटी प्रीति कुमारी का पिस्टल शूटिंग में चैंपियनशिप के लिए प्रयास करना हम सबों के लिए गौरव की बात है.
प्रीति के पिता अशोक कुमार सिंह ने बताया कि बचपन से ही मेधावी रही प्रीति दसवीं से स्नातक तक की परीक्षाओं में प्रथम श्रेणी से सफलता प्राप्त करती रही है. स्नातक के बाद दिल्ली में रहकर Vicky Shuting Academy में पिस्टल शूटिंग की training प्राप्त की. तत्पश्चात Delhi NCR की ओर से राज्य स्तरीय पिस्टल शूटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त कर अपने परिवार, रिश्तेदार, शुभचिंतक, गांव तथा नवादा जिला का मान बढ़ाया.
मौके पर अशोक कुमार सिंह, डा. सनोज कुमार, विजय कुमार, भाजपा के नवादा जिला मीडिया प्रभारी चंद्रमौलि शर्मा समेत कई गणमान्य लोगों ने स्व. बांके बिहारी सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भाव भीनी श्रद्धांजलि दी.
गौरतलब है कि 1979 में जनता पार्टी के शासनकाल में केंद्र सरकार के आदेश पर स्व. बांके बिहारी सिंह को ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए वारिसलीगंज प्रखंड के खानापुर गांव की एक हजार आबादी पर CHW जनस्वास्थ्य रक्षक के पद पर सर्वसम्मति से चयन किया गया था. स्व. सिंह ने इस पद पर रहते हुए ग्रामीण चिकित्सक के रूप में क्षेत्र में काफी प्रतिष्ठा अर्जित की थी. 2017 में अचानक वे स्वर्ग सिधार गए.
डा. सनोज कुमार भी ग्रामीण चिकित्सक के रूप में काफी प्रसिद्धि प्राप्त कर चुके हैं. अपने पिता की पुण्यतिथि पर वे हर वर्ष नामी गिरामी चिकित्सकों की देखरेख में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाकर दीन दुखियों की सेवा करते रहे हैं.
स्व. बांके बिहारी सिंह के परम मित्र पूर्व जन स्वास्थ्य रक्षक सह ग्रामीण चिकित्सक प्रखंड के कोचगांव ग्राम निवासी डा. बाल्मिकी शर्मा ने उनकी पुण्यतिथि पर अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की है.
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