Warisaliganj में करोड़ों की लागत से बने रेलवे ओवर ब्रिज के चालू होने के बाद भी बाज़ार को जाम से मुक्ति नहीं स्थानीय प्रशासन की उदासीनता ने कर दिया सब गुड गोबर
केंद्र सरकार के Railway department द्वारा लोगों की मांग पर किऊल गया रेलखंड पर अवस्थित Warisaliganj market को जाम से मुक्ति दिलवाने के लिए Railway station के उत्तरी छोर पर करोड़ों की लागत से ROB रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कराया गया है. स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के कारण अभी तक क्षेत्रवासियों को जाम से जूझना पड़ रहा है. बड़े ट्रकों, हाइवा तथा ट्रैक्टरो को ओभर ब्रिज के रास्ते नहीं ले जाकर बाजार होकर ले जाया जाता है, जिस कारण हर समय जाम की स्थिति से क्षेत्रवासियों को परेशान होना पड़ रहा है. इस बीच माल गाड़ी को संटिंग करने या यात्री गाड़ी को पार करवाने में आधा से एक घंटे तक बाजार को जाम से जूझना पड़ता है.
विद्यालयों के बच्चे भुगत रहे खामियाजा
आम लोगों के साथ-साथ विद्यालयों के बच्चों के वाहन, एंबुलेंस तथा अधिकारियों के वाहन जाम में फंसा रहता है. इससे मुक्ति पाने के लिए क्षेत्रवासियों द्वारा काफी लंबे समय से बाइपास सड़क में सिमरीडीह के पास से आरओबी निर्माण की मांग की जाती रही थी. फलतः सरकार द्वारा बाइपास होकर आरओबी का निर्माण करवा दिया गया, जिसे तीन वर्ष पहले आवागमन के लिए चालू कर दिया गया है. ओवर ब्रिज चालू होने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि माल ढुलाई में लगे वाहनों के साथ साथ अन्य बड़े वाहनो के आवागमन से वारिसलीगंज बाजार को मुक्ति मिल जाएगी, लेकिन ओवर ब्रिज चालू होने के बाद भी सीमेंट लदा ट्रैक्टर व बड़ा मालवाहक वाहन अब भी बाजार के रास्ते अपने गंतव्य को जा रही है, जिस कारण प्रतिदिन बाजार जाम से कराहती रहती है.
रैक प्वाइंट से प्रतिदिन बाजार होकर गुजरती हैं संकड़ों ट्रैक्टर
क्षेत्र के सैकडों बेरोजगारों को रोजगार प्रदान कर रही रेलवे रैक पॉइंट पर सीमेंट, उर्वरक, चावल व गेहूं आदि का प्रति महीना करीब 20 से 25 रैक लगती है. जिसको गोदाम या अन्य व्यापारिक स्थानों तक ले जाने के लिए बड़े छोटे वाहनों का उपयोग किया जाता है. रैक से सामानों की ढुलाई करने में लगे वाहनों के लिए कोई अलग रास्ता नहीं होने के कारण बाजार होकर ही अपने गंतव्य तक जाना होता है. इससे सैकड़ों युवा मज़दूरों को सालोभर रोजगार मिलता है, परंतु माल ढुलाई के दौरान वाहनों से बाजार को जाम के झाम से जूझना पड़ता है, जिससे क्षेत्रवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
अधिकारी की सुनिए
वारिसलीगंज के स्टेशन प्रबंधक अवधेश कुमार सुमन कहते है कि बाजार को जाम से मुक्ति के लिए बाइपास होकर आरओबी चालू हो चुका है. बाजार से बड़ी एवं मालवाहक वाहन दिन में नहीं गुज़रे इसका समाधान पुलिस एवं प्रशाशन के अधिकारी ही सख्ती पूर्वक नो एंट्री लागू कर सकते है.
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