काशीचक-वारिसलीगंज रेलखंड के दोहरीकरण का काम पूरा, रेल अधिकारियों ने किया निरीक्षण, क्षेत्र के औद्योगिक विकास में आयेगी वृद्धि, लोगों में प्रसन्नता
पूर्व मध्य रेल अंतर्गत किऊल-गया रेलखंड के दोहरीकरण परियोजना के तहत करीब 10 कि.मी. लम्बे नव दोहरीकृत काशीचक-वारिसलीगंज रेलखंड का मंगलवार को East Circle, Kolkata के संरक्षा आयुक्त( सुरक्षा ) सुबोमॉय मित्रा ने निरीक्षण किया.
श्री मित्रा ने रेल अधिकारियों के साथ काशीचक तथा वारिसलीगंज रेलवे स्टेशन के बीच विशेष ट्रेन से सफलता पूर्वक ट्रायल भी किया.
सूत्रों के मुताबिक अबतक 124 किलोमीटर लम्बे किउल-गया दोहरीकरण परियोजना के तहत लगभग 88 कि.मी. का कार्य पूर्ण हो चुका है. संरक्षा आयुक्त की अनुमति प्राप्त होते ही नव-दोहरीकृत रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन शुरू हो जाएगा.
इस अवसर पर दानापुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी, RVNL, निर्माण विभाग तथा दानापुर के उच्च अधिकारीगण भी मौजूद थे.
गौरतलब है कि काशीचक-वारिसलीगंज नव-दोहरीकृत रेलखंड दानापुर मंडल अंतर्गत लगभग 1200 करोड़ रूपए की लागत वाली किऊल-गया दोहरीकरण परियोजना का भाग है. किऊल-गया परियोजना के तहत लगभग 124 किलोमीटर दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है.
इस परियोजना के तहत अब तक लगभग 88 किमी रेलखंड का दोहरीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है. शेष बचे वारसलीगंज-नवादा के 19.13 कि.मी. तथा नवादा-तिलैया के 17.32 कि.मी. रेलखंड के दोहरीकरण का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है.
परियोजना के पूरा हो जाने के बाद किउल-गया रेलखंड में ट्रेनों की गति में वृद्धि होगी तथा क्षेत्र के औद्योगिक विकास में गति आएगी. दोहरीकृत काशीचक-वारिसलीगंज रेलवे स्टेशन के बीच ट्रेनों के परिचालन का शुभारंभ किए जाने पर क्षेत्रवासियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है.
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